चल फिर से हम बचपन वाला, वही आंख मिचोली का गेम खेलते हैं। चल फिर से हम बचपन वाला, वही आंख मिचोली का गेम खेलते हैं।
सुबह मेरी आँख पर पट्टी बांध चली जाती। सुबह मेरी आँख पर पट्टी बांध चली जाती।
या ना कर दिल की बात, जख्मी है जज्बात। या ना कर दिल की बात, जख्मी है जज्बात।
कुछ दिन मैं ज़मीन पे ही सोया करता हूं मुझे एहसास हो की तुम लेटी हो ऊपर कुछ दिन मैं ज़मीन पे ही सोया करता हूं मुझे एहसास हो की तुम लेटी हो ऊपर
सच की दुकानों पे अब सामान नहीं है। सच की दुकानों पे अब सामान नहीं है।
मोहब्बत का चादर ओढ़े, मोहतरमा मोहब्बत का चादर ओढ़े, मोहतरमा